महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय बाँदा में स्वच्छता पखवाड़े के अन्तर्गत “स्वच्छता ही सेवा है” स्वच्छोत्सव की शुरुआत।

पॉलीथिन मुक्त मानव समाज के लिए जागरूकता अभियान अनिवार्य : डॉo नीतू सिंह 

प्रतिबंधित पॉलीथिन के विकल्प,वस्त्र निर्मित संसाधन का उपयोग : डॉo जयंती सिंह

स्वच्छता/पाकीज़गी को ईमान की संज्ञा,स्वयं/पड़ोस को रखे सुंदर एवं स्वच्छ : डॉo साबिहा रहमानी 

ब्यूरो एन के मिश्र 

बांदा -आज दिनांक 22/09/25 को औ महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय बाँदा में स्वच्छता पखवाड़े के अन्तर्गत “स्वच्छता ही सेवा है” इस थीम के साथ स्वच्छोत्सव की शुरुआत विचार गोष्ठी से हुई । प्राचार्य प्रोo दीपाली गुप्ता की अध्यक्षता में यह गोष्ठी एनएसएस (NSS) नोडल अधिकारी डाo सबीहा रहमानी के संयोजन में प्रारंभ हुई । इस संगोष्ठी के आयोजन में डाक्टर जयंती सिंह कार्यक्रम अधिकारी तृतीय इकाई एवं डॉक्टर नीतू सिंह कार्यक्रम अधिकारी द्वितीय इकाई ने सहयोग किया । संगोष्ठी में अपने विचार प्रस्तुत करते हुए डाक्टर नीतू सिंह ने पॉलीथिन फ्री अभियान पर बल देते हुए स्वंयसेवी छात्राओं को सामुदायिक क्षेत्र में स्वच्छता अभियान चलाने पर बल दिया । इस अवसर पर डाक्टर जयंती सिंह ने छात्राओं से कपड़े के झोले बनाकर बांटने व इस्तेमाल पर बल दिया । डाक्टर सबीहा रहमानी ने संगोष्ठी को सम्बोधित करते हुए कहा कि “स्वच्छता या पाकीज़गी को आधा ईमान माना जाता है अत: हमें खुद स्वयं को व अपने घर के साथ आसपास के वातावरण को स्वच्छ और सुंदर बनाने का प्रयास करना चाहिए । इस अवसर पर स्वयंसेवी छात्रा यशी तिवारी और अदीना खान ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए । अंत में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही प्राचार्य प्रोo दीपाली गुप्ता ने अपने सारगर्भित भाषण में कहा कि हमें शारीरीक और मानसिक दोनों तरह की स्वच्छता बनाए रखना चाहिए ।

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